परमवीर सिंह, जिन्हें यात्री परमवीर के नाम से जाना जाता है, ने यात्रा व्लॉगिंग की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
परमवीर सिंह बेनीवाल हिसार, हरियाणा, भारत से हैं। उनके लिए यात्रा केवल एक जरूरत नहीं थी, बल्कि यह जीवन को देखने और लोगों से जुड़ने का जरिया था। चाहे वह रोजाना की बस यात्रा हो, ट्रेन का सफर हो, या वीकेंड की रोड ट्रिप, परमवीर हर अनुभव में आनंद और कहानियां ढूंढ लेते थे।
यात्रा व्लॉगिंग में आने से पहले, परमवीर एक आईटी पेशेवर के रूप में काम करते थे। उनकी नौकरी उन्हें आर्थिक स्थिरता तो देती थी, लेकिन रचनात्मक संतुष्टि की कमी महसूस होती थी। रोज़ाना की यात्राओं के दौरान, वह अक्सर अपने विचार और अनुभव अपने फोन पर रिकॉर्ड करते, जो बाद में उनकी व्लॉगिंग यात्रा की नींव बना।
परमवीर की जिंदगी में बदलाव का क्षण एक लंबी ट्रेन यात्रा के दौरान आया। केवल अपने स्मार्टफोन और एक साधारण ट्राइपॉड के साथ, उन्होंने पूरी यात्रा को रिकॉर्ड किया—स्टेशन की भीड़भाड़ से लेकर सहयात्रियों के साथ साझा किए गए पल तक। उन्होंने इस वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड किया, बिना किसी बड़ी उम्मीद के। लेकिन यह वीडियो वायरल हो गया और हजारों व्यूज और सकारात्मक टिप्पणियां मिलने लगीं।
इस प्रतिक्रिया से प्रेरित होकर, परमवीर ने अपना यूट्यूब चैनल यात्री परमवीर शुरू किया, जो यात्राओं के अनुभव को एक साधारण यात्री की नजर से दिखाने पर केंद्रित था।
शुरुआती दिनों में, उन्हें सीमित संसाधनों और उपकरणों के साथ काम करना पड़ा। फुल-टाइम नौकरी और व्लॉगिंग के बीच संतुलन बनाना उनके लिए कठिन था। ऐसे भी पल आए जब उनकी वीडियो उम्मीद के मुताबिक नहीं चलीं, लेकिन उनका दृढ़ निश्चय उन्हें आगे बढ़ाता रहा। समय के साथ, उनकी मेहनत रंग लाई। आज, यात्री परमवीर का यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बड़ा फैनबेस है।
कम प्रसिद्ध स्थलों पर उनके वीडियो ने उन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा दिया है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिला है। उन्होंने ट्रैवल एजेंसियों और ब्रांड्स के साथ सहयोग भी किया है, जिससे वह यात्रा समुदाय में एक भरोसेमंद आवाज बन गए हैं।
जैसे-जैसे वह नए स्थानों का अन्वेषण करते हैं, परमवीर अपनी साधारण यात्रा को मनाने के दर्शन पर कायम रहते हैं। वह अंतरराष्ट्रीय स्थलों की खोज करने की योजना बना रहे हैं, लेकिन अपनी जड़ों से जुड़े रहने का वादा करते हैं। परमवीर सिंह की कहानी यह दिखाती है कि जब जुनून और दृढ़ संकल्प एक साथ आते हैं, तो साधारण अनुभवों को भी असाधारण उपलब्धियों में बदला जा सकता है।