Vinesh Phogat के लिए Haryana Congress में मची हलचल: Priyanka Gandhi के लिए wayanad प्रचार पर बिना अनुमति के जाने पर वरिष्ठ नेताओं ने जताई नाराजगी”
हरियाणा कांग्रेस में हाल ही में एक बड़ी राजनीतिक हलचल मच गई, जब कांग्रेस विधायक Vinesh Phogat ने बिना पार्टी की वरिष्ठ नेताओं से अनुमति लिए प्रियंका गांधी वाड्रा के लिए wayanad में प्रचार करने का फैसला किया। इस कदम ने पार्टी के भीतर असंतोष और नेतृत्व संघर्ष को उजागर किया है। पार्टी द्वारा इसे गंभीरता से लिया गया, और विनेश को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे भविष्य में किसी भी सार्वजनिक अभियान या प्रचार में पार्टी से पूर्व अनुमति लें।
Vinesh Phogat की व्यक्तिगत यात्रा: बिना मंजूरी के Priyanka Gandhi के लिए प्रचार
Vinesh Phogat, जो एक जानी-मानी ओलंपिक पहलवान भी हैं, ने wayanad में Priyanka Gandhi के लिए प्रचार करते हुए अपनी राजनीतिक सक्रियता दिखाई। यह कदम उनकी पार्टी से अनुमति के बिना था, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने उन्हें त्वरित दिशा-निर्देश जारी किए। कांग्रेस के उच्च पदाधिकारियों ने इस बात पर आपत्ति जताई कि विनेश ने कोई भी जानकारी या अनुमति वरिष्ठ पार्टी नेताओं से नहीं ली और खुद ही वायनाड जाने का निर्णय लिया।
कांग्रेस पार्टी के भीतर यह बात गहराई से महसूस की जा रही है कि यह बिना अनुमति के किया गया कदम पार्टी में अनुशासनहीनता को बढ़ावा दे सकता है। हरियाणा कांग्रेस में यह भी चर्चा है कि विनेश की प्रियंका गांधी के प्रति बढ़ती नजदीकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चुभ रही है, जो इसे नेतृत्व में स्पष्ट पदानुक्रम की कमी के रूप में देख रहे हैं।
Haryana Congress में व्याप्त असंतोष और नेतृत्व संघर्ष
Haryana में Congress को लेकर लंबे समय से नेतृत्व संघर्ष की खबरें आ रही हैं। पार्टी के भीतर कई वरिष्ठ नेता हैं जो मानते हैं कि Vinesh Phogat का यह कदम उन्हें दरकिनार करने जैसा था। इस मुद्दे ने पार्टी के अंदर असंतोष को और भी गहरा कर दिया है। कांग्रेस के भीतर एक ऐसे समय में खींचतान हो रही है, जब पार्टी को अपनी स्थिति और भविष्य को लेकर गंभीर चिंताएं हैं।
Vinesh के Priyanka Gandhi के करीब जाने को लेकर पार्टी के कुछ नेताओं ने यह भी सवाल उठाया है कि क्या Vinesh की राजनीति में अपनी पहचान और महत्व बढ़ाने की कोशिश उनके करीबी रिश्तों के कारण है। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस कदम को पार्टी के समग्र हितों के बजाय व्यक्तिगत प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश मानते हैं, जो एक स्वस्थ पार्टी कार्य प्रणाली के खिलाफ है।
पार्टी द्वारा जारी किया गया मौन आदेश
पार्टी के नेतृत्व ने Vinesh Phogat को स्पष्ट आदेश दिया है कि वह बिना वरिष्ठ नेताओं से स्वीकृति प्राप्त किए किसी भी सार्वजनिक गतिविधि में शामिल न हों। इस दिशा-निर्देश को मौन आदेश (Gag Order) के रूप में जारी किया गया, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पार्टी के सदस्य अपनी गतिविधियों को पार्टी के सिद्धांतों और निर्णयों के अनुसार ही चलाएं। यह कदम पार्टी की अनुशासन नीति को सख्त बनाने और आने वाले चुनावों के लिए एकजुट रहने के लिए उठाया गया है।
इस मौन आदेश का उद्देश्य पार्टी के संदेश को एकजुटता और संयम के साथ जनता तक पहुंचाना है, जिससे यह भी संकेत मिलता है कि कांग्रेस के भीतर किसी एक नेता या सदस्य के व्यक्तिगत प्रचार की बजाय पार्टी की सामूहिक छवि और निर्णय पर ज्यादा ध्यान दिया जाए।
नतीजे और आगे की राह
Vinesh Phogat का यह कदम कांग्रेस पार्टी के भीतर महत्वपूर्ण बदलाव की दिशा में एक संकेत हो सकता है। पार्टी के वरिष्ठ नेता यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई भी नेता या सदस्य व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को पार्टी के सर्वोत्तम हितों से ऊपर न रखे।
इस घटना ने हरियाणा कांग्रेस के भीतर गहरे मतभेदों और नेतृत्व संघर्ष को उजागर किया है, जिससे पार्टी को आगे बढ़ने के लिए आत्ममंथन की आवश्यकता महसूस हो रही है। यह भी संकेत देता है कि आने वाले समय में हरियाणा में कांग्रेस को अपनी संरचना और रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता हो सकती है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और पार्टी को एकजुट रखा जा सके।
कांग्रेस के लिए यह महत्वपूर्ण समय है कि वह अपनी छवि और आंतरिक व्यवस्था को मजबूत करे, ताकि आगामी चुनावों में पार्टी अपनी स्थिति और प्रभाव को मजबूती से स्थापित कर सके।विधायक Nikhil Madan ने Sonipat वार्ड नं 19 के निवासियों को दी 3 करोड़ 63 लाख ₹ के विकास कार्यों की सौग़ात