RBI Governor Shaktikanta Das अंतिम एमपीसी बैठक: रेपो दर स्थिर, सीआरआर में कटौती संभव
Shaktikanta Das के कार्यकाल की महत्वपूर्ण बैठक
जैसे ही RBI Governor Shaktikanta Das का कार्यकाल 12 दिसंबर को समाप्त होने की ओर बढ़ रहा है, मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की आगामी बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। यह बैठक संभवतः उनकी अंतिम बैठक हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार भी रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
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RBI Governor Shaktikanta Das का जीवन परिचय
शक्तिकांत दास, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मौजूदा गवर्नर, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के अधिकारी रहे हैं। उन्हें दिसंबर 2018 में आरबीआई के 25वें गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया। वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों और राजस्व सचिव के रूप में अपनी भूमिका के दौरान, उन्होंने भारत की आर्थिक नीतियों और सुधारों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जैसे ऐतिहासिक निर्णयों में उनकी भूमिका प्रमुख रही। उनकी नेतृत्व क्षमता और समर्पण ने उन्हें वित्तीय स्थिरता और नीतिगत पारदर्शिता के लिए जाना जाता है।
रेपो दर स्थिर रखने की संभावना
17 अर्थशास्त्रियों, बैंकरों और फंड मैनेजरों के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) लगातार 11वीं बार रेपो दर में बदलाव नहीं करेगा। इसका मुख्य कारण उच्च मुद्रास्फीति दर है, जो अपेक्षाओं से अधिक रही है। वहीं, दूसरी तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर 5.4% पर आ गई, जो पिछले सात तिमाहियों में सबसे कम है। इसका मुख्य कारण विनिर्माण और उपभोग क्षेत्र में कमजोर प्रदर्शन रहा।
बैठक और निर्णय की समय-सीमा
दिसंबर की द्विमासिक एमपीसी बैठक 4 दिसंबर को शुरू हुई, और इसके निर्णय की घोषणा 6 दिसंबर को होगी। अधिकांश विशेषज्ञ मानते हैं कि RBI “न्यूट्रल” नीति रुख बनाए रखेगा। हालांकि, एक विशेषज्ञ ने “समायोजनकारी” (accommodative) रुख अपनाने की संभावना जताई है।
सीआरआर कटौती की अटकलें
नोमुरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, आरबीआई दिसंबर में रेपो दर में 25 आधार अंकों (bps) की कटौती और नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 50 आधार अंकों की कटौती कर सकता है। सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि में आई गिरावट के बाद से सीआरआर कटौती की चर्चा जोरों पर है। सीआरआर कटौती से तरलता में वृद्धि होगी और विकास को प्रोत्साहन मिलेगा, जबकि मुद्रास्फीति पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा। वर्तमान में सीआरआर 4.5% है।
मुद्रास्फीति और विकास के बीच संतुलन
दिसंबर की बैठक RBI Governor Shaktikanta Das के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्हें धीमी आर्थिक वृद्धि, जो सीआरआर या दर कटौती की मांग करती है, और मुद्रास्फीति, जो दर स्थिर रखने पर जोर देती है, के बीच संतुलन बनाना होगा। सितंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.7% थी, जबकि एक साल पहले यह 8.1% थी।
गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल और संभावित विस्तार
RBI Governor Shaktikanta Das का दूसरा कार्यकाल 12 दिसंबर को समाप्त हो रहा है, लेकिन ऐसी अटकलें हैं कि उनका कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, दास को उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता और संवेदनशील स्थिति को संभालने के लिए प्रशंसा मिलती रही है। संभव है कि उन्हें दो साल का विस्तार या पूरा तीन साल का कार्यकाल मिल सकता है।Pushpa 2 Box Office कलेक्शन भविष्यवाणी दिन 1: Allu Arjun 270 करोड़ रुपये की वर्ल्डवाइड कमाई करने वाले पहले अभिनेता बनेंगे
आरबीआई का यूट्यूब लिंक
आरबीआई ने X (पहले ट्विटर) पर एक लिंक साझा किया है, जिससे आप इस नीति बैठक को लाइव यूट्यूब पर देख सकते हैं।
Coming up:
Monetary Policy Statement by #RBI Governor @DasShaktikanta
on December 06, 2024, at 10:00 am Watch live at: https://t.co/IlVH3hYA5d
Live telecast of the Post-policy press conference at 12:00… pic.twitter.com/7cAan1v3TB— ReserveBankOfIndia (@RBI) December 5, 2024
यह लेख moneycontrol.com से प्रेरित है।
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