Noida पुलिस ने FIITJEE के 300+ बैंक खाते फ्रीज किए, 60 लाख रुपये जब्त|
नोएडा पुलिस ने FIITJEE कोचिंग संस्थान से जुड़े 300 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है और 60 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं। यह कार्रवाई संस्थान के मालिक दिनेश गोयल और आठ अन्य लोगों के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं, आपराधिक विश्वासघात और साजिश के आरोपों के चलते की गई है।
जांच में अब तक क्या हुआ?
नोएडा डीसीपी राम बदन सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, “हम इस मामले से जुड़े और भी बैंक खातों की जांच कर रहे हैं और आगे की जानकारी का इंतजार है। FIITJEE के मालिक दिनेश गोयल को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। इसके अलावा, 31 पूर्व शिक्षकों और 250 माता-पिता के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। सेक्टर-58 पुलिस स्टेशन इस मामले की जांच का नेतृत्व कर रहा है।”
कैसे शुरू हुआ विवाद?
जनवरी के अंत में विवाद तब बढ़ा जब गाजियाबाद के राज नगर, नोएडा के सेक्टर 62 और ग्रेटर नोएडा स्थित FIITJEE के कुछ केंद्र अचानक बंद हो गए। इस घटना ने उन छात्रों को मुश्किल में डाल दिया, जो अपनी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे।
- पहला मामला गाजियाबाद में दर्ज किया गया था, जिसमें चार व्यक्तियों को एफआईआर में नामजद किया गया।
- 24 जनवरी को नोएडा में नौ FIITJEE अधिकारियों के खिलाफ दूसरा मामला दर्ज किया गया।
- तीसरी एफआईआर ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क पुलिस स्टेशन में चार लोगों के खिलाफ दर्ज की गई। Microsoft ने प्रदर्शन आधारित छंटनी शुरू की, कर्मचारियों को नहीं मिल रहा मुआवजा
FIITJEE ने क्या कहा?
FIITJEE ने 25 जनवरी को एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि संस्थान के बंद होने का कारण “कुप्रबंधन और प्रबंधन भागीदारों द्वारा संस्थान छोड़ना” था, न कि कोई आधिकारिक निर्णय।
संस्थान ने यह भी दावा किया कि प्रतिद्वंद्वी संस्थानों द्वारा उनके शिक्षकों को लुभाने की कोशिश की जा रही थी और उन आरोपों को खारिज किया कि शिक्षकों ने वेतन न मिलने के कारण इस्तीफा दिया। Ola Electric Gen 3 इलेक्ट्रिक स्कूटर का अनावरण आज, जानें क्या हो सकते हैं नए फीचर्स
FIITJEE ने आरोप लगाया कि यह “स्वार्थी तत्वों द्वारा रची गई आपराधिक साजिश” है और उनके कानूनी सलाहकार इस मामले में उचित कार्रवाई कर रहे हैं।