Site icon हरियाणा पल्स

Haryana के अमीर परिवार क्यों कर रहे हैं Golden Visa रियल एस्टेट निवेश?

Golden Visa

Golden Visa

Haryana के अमीर परिवार क्यों कर रहे हैं Golden Visa रियल एस्टेट निवेश?

Haryana के संपन्न परिवारों के बीच विदेशों में Golden Visa रियल एस्टेट में निवेश का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। ये परिवार केवल संपत्ति खरीदने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि अपने निवेश का उपयोग Golden Visa प्रोग्राम के माध्यम से दूसरा निवास या नागरिकता प्राप्त करने के लिए कर रहे हैं। यह कदम बेहतर वैश्विक पहुंच, जीवनशैली में सुधार और आने वाली पीढ़ियों के लिए दीर्घकालिक लाभ का वादा करता है।

Golden Visa क्या है?

Golden Visa
Golden Visa

Golden Visa एक ऐसा कार्यक्रम है जिसके तहत व्यक्ति रियल एस्टेट में निवेश जैसे विशिष्ट निवेश करके किसी विदेशी देश में निवास या नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं। Haryana के अमीर परिवारों के लिए ये प्रोग्राम आकर्षक हैं क्योंकि ये:

भारतीयों के लिए शीर्ष गंतव्यFaridabad Court Stenographer Recruitment 2024

रेसिडेंसी और सिटिजनशिप बाय इन्वेस्टमेंट विशेषज्ञ शालिनी के अनुसार, Haryana के निवेशक ग्रीस, टर्की, माल्टा, स्पेन और कैरिबियन देशों (जैसे सेंट किट्स एंड नेविस, डोमिनिका और ग्रेनेडा) में रुचि दिखा रहे हैं। इन प्रोग्राम्स के प्रमुख लाभों में शामिल हैं:

माल्टा विशेष रूप से लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि इसका (PR) पर्मानेंट रेसिडेंसी प्रोग्राम न्यूनतम निवास शर्तों को समाप्त करता है। भाषा की कोई बाधा न होने और सरल प्रक्रिया के कारण यह एक आसान विकल्प है।

Haryana के निवेशकों के लिए यूएई क्यों है पसंदीदा?

दुबई कई हरियाणवी परिवारों के लिए एक “घर से दूर घर” बन गया है। इसका Golden Visa Program 10 साल का निवास प्रदान करता है और इसे किफायती निवेशों के लिए सुलभ बनाता है। प्रमुख लाभों में शामिल हैं:

विदेशी रियल एस्टेट का चुनाव क्यों करें?

Haryana के निवेशकों के लिए विदेशी संपत्ति निवेश का आकर्षण वित्तीय लाभों से परे है। विदेशी संपत्तियां निम्नलिखित लाभ प्रदान करती हैं:

चुनौतियां जो सामने आ सकती हैं

हालांकि लाभ अनेक हैं, विशेषज्ञ हरियाणा के निवेशकों को संभावित कठिनाइयों के प्रति सावधान करते हैं:

  1. उच्च वित्तीय खर्च: विदेशी संपत्ति निवेश के साथ ऊंची अग्रिम लागत होती है, जिसमें प्रॉपर्टी टैक्स और पंजीकरण शुल्क शामिल हैं।
  2. जटिल नियम: विदेशी स्वामित्व कानून और अनुपालन आवश्यकताएं जटिल हो सकती हैं, जिसके लिए पेशेवर सलाह की आवश्यकता होती है।
  3. मुद्रा अस्थिरता: उतार-चढ़ाव रिटर्न को प्रभावित कर सकता है, खासकर पुनर्प्रेषण के समय।
  4. सांस्कृतिक बाधाएं: भाषा और सांस्कृतिक भिन्नताएं कानूनी प्रक्रिया को चुनौतीपूर्ण बना सकती हैं।

इन चुनौतियों के बावजूद, सही योजना और विशेषज्ञ परामर्श से निवेशक इन मुद्दों को कुशलता से हल कर सकते हैं।

कोविड-19 के बाद मांग में वृद्धि

कोविड-19 महामारी ने कई हरियाणवी परिवारों को “प्लान बी” की आवश्यकता का एहसास कराया। चाहे वैश्विक स्वास्थ्य सेवा तक आसान पहुंच हो या राजनीतिक अनिश्चितताओं से सुरक्षा, दूसरे निवास को अब वित्तीय योजना का एक अनिवार्य हिस्सा माना जा रहा है।

निष्कर्ष

Haryana के संपन्न परिवार तेजी से Golden Visa प्रोग्राम्स के माध्यम से रियल एस्टेट निवेश के अवसरों को अपना रहे हैं। ये कदम सिर्फ संपत्ति प्राप्त करने के लिए नहीं हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए हैं। सही सलाह और रणनीति के साथ, वैश्विक रियल एस्टेट में निवेश अभूतपूर्व लाभ प्रदान कर सकता है, जो हरियाणा के संभ्रांत वर्ग के लिए एक रोमांचक विकल्प बन रहा है।

यह लेख Moneycontrol.com पर प्रकाशित जानकारी और विश्लेषण से प्रेरित है। मूल शोध और विश्लेषण का पूरा श्रेय उन्हें जाता है।

Exit mobile version