Gautam Gambhir का कड़ा संदेश: मेलबर्न टेस्ट हार के बाद कहा, “बहुत हो गया”
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में करारी हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम मुश्किल दौर से गुजर रही है। इस हार ने न केवल टीम की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) बचाने की संभावनाओं को कमजोर कर दिया है, बल्कि ड्रेसिंग रूम में तनाव भी उजागर कर दिया है।
मुख्य कोच Gautam Gambhir, जो अपनी सख्त शैली के लिए जाने जाते हैं, ने इस हार के बाद खिलाड़ियों से कड़े शब्दों में बात की। रिपोर्ट्स के अनुसार, गंभीर ने टीम को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, “बहुत हो गया,” और खिलाड़ियों को अपनी “प्राकृतिक खेल शैली” के बजाय परिस्थिति के अनुसार खेलने की आवश्यकता पर जोर दिया।
ड्रेसिंग रूम में तनाव
सूत्रों का कहना है कि सीरीज शुरू होने से पहले से ही ड्रेसिंग रूम का माहौल तनावपूर्ण था। मेलबर्न की हार ने इन मुद्दों को और बढ़ा दिया। Gautam Gambhir ने पहले अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को टीम में वापस लाने की सिफारिश की थी, लेकिन चयनकर्ताओं ने इसे खारिज कर दिया।
भारतीय बल्लेबाजी की कमजोरियां सीरीज के दौरान बार-बार सामने आई हैं। मेलबर्न टेस्ट में, वरिष्ठ खिलाड़ियों जैसे विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की गलतियों ने टीम को मुश्किल में डाल दिया। कोहली ने अंतिम दिन लंच से पहले एक चौड़ी गेंद का पीछा करते हुए विकेट गंवाया, जबकि रोहित की खराब शॉट चयन ने उनकी खराब फॉर्म को उजागर किया। युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) और विकेटकीपर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के गैर-जिम्मेदाराना शॉट्स ने टीम की हार में योगदान दिया।
New Orleans Attack में 15 लोगों की मौत: USA Terrorist Attack की जांच जारी
Gautam Gambhir: रणनीति में बदलाव की जरूरत
1-2 से सीरीज में पिछड़ने के बाद, गंभीर ने टीम के खिलाड़ियों को स्पष्ट कर दिया कि व्यक्तिगत प्रदर्शन से अधिक टीम की रणनीति को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने संकेत दिया कि जो खिलाड़ी उनकी योजनाओं का पालन नहीं करेंगे, उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है।
यह हार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) फाइनल में भारत की संभावनाओं पर भी असर डाल सकती है। गंभीर का सख्त रुख टीम में अनुशासन और ध्यान लाने का अंतिम प्रयास माना जा रहा है।
सीनियर खिलाड़ियों पर बढ़ता दबाव
कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) अपनी खराब फॉर्म के कारण आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। दूसरी ओर, विराट कोहली लगातार ऑफ-स्टंप के बाहर की गेंदों पर आउट हो रहे हैं, जो टीम के लिए चिंता का विषय है। भारतीय बल्लेबाजी इकाई की नाकामियां सितंबर में बांग्लादेश (Bangladesh) के खिलाफ घरेलू सीरीज से ही जारी हैं।
आगे की राह
ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में बढ़त हासिल कर ली है, लेकिन भारत के पास सिडनी टेस्ट (Sydney Test) में वापसी का मौका है, जो 3 जनवरी से शुरू होगा। इस मैच में जीत से भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बचा सकता है और एक निराशाजनक सीरीज को थोड़ा संतुलित कर सकता है।
Gautam Gambhir का अनुशासन और टीम-उन्मुख दृष्टिकोण भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि उनकी सख्त शैली टीम को प्रेरित कर पाती है या नहीं। सिडनी में होने वाला अंतिम टेस्ट भारत के लिए निर्णायक साबित होगा।Diljit Dosanjh और PM Modi की New Year पर मुलाकात