Dehradun में real estate विवाद: खुद की साजिश का शिकार बना रियल्टर

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Dehradun में real estate विवाद: खुद की साजिश का शिकार बना रियल्टर

साजिश उलटी पड़ी, हत्यारे ने ही कर दिया साजिशकर्ता का खात्मा

 

Dehradun में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक रियल एस्टेट विवाद ने ऐसी मोड़ लिया कि हत्या की साजिश रचने वाला खुद ही उसका शिकार बन गया। 42 वर्षीय रियल एस्टेट डीलर मंजेश कुमार ने अपने बिजनेस पार्टनर संजय सिंह की हत्या करवाने के लिए एक शूटर को हायर किया था। लेकिन, यह साजिश उस समय उलटी पड़ गई जब हत्यारे ने मंजेश को ही मार दिया।

साजिश का भंडाफोड़: हत्यारे ने बदल दिया पक्ष

मंजेश ने पूर्व सैनिक अर्जुन कुमार को अपने पार्टनर संजय सिंह को मारने के लिए हायर किया था। लेकिन अर्जुन ने अपनी योजना बदलते हुए संजय को इस साजिश की जानकारी दी। इसके बाद संजय ने अर्जुन को 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया और मंजेश की हत्या करने को कहा। यह रकम 90 करोड़ रुपये की एक आगामी जमीन डील से दी जाने वाली थी।

पार्टियों के दौरान हुई हत्या

पुलिस जांच में पता चला कि मंजेश की हत्या पटेल नगर, Dehradun के एक किराए के घर में हुई, जो आरोपी के एक साथी का था। शुक्रवार रात एक पार्टी के दौरान, अर्जुन ने मंजेश को जूते के फीते से गला घोंटकर मार दिया। हत्या के बाद आरोपी मंजेश की कार की चाबी और सोने की चेन लेकर फरार हो गए, लेकिन गाड़ी इसलिए छोड़ दी क्योंकि कोई भी उसे चला नहीं सका।

मुख्य आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अर्जुन कुमार को सोनीपत की एक अदालत के पास से पकड़ा गया, जहां वह आत्मसमर्पण की कोशिश कर रहा था। उसके साथी सचिन को आशारोड़ी चेकपोस्ट के पास से गिरफ्तार किया गया। 42 वर्षीय संजय सिंह, जो इस साजिश का मास्टरमाइंड माना जा रहा है, और 29 वर्षीय अफजल मलिक को भी बाद में पुलिस ने हिरासत में लिया।Pushpa 2 Box Office कलेक्शन भविष्यवाणी दिन 1: Allu Arjun 270 करोड़ रुपये की वर्ल्डवाइड कमाई करने वाले पहले अभिनेता बनेंगे

रियल एस्टेट विवाद बना हत्या का कारण

Dehradun के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस हत्या की जड़ें एक बड़े रियल एस्टेट सौदे में थीं, जिसकी कीमत करोड़ों में थी। यह विवाद मंजेश और संजय के बीच दरार का मुख्य कारण बन गया। पूछताछ में अर्जुन ने कबूल किया कि संजय के 10 करोड़ रुपये के वादे के कारण उसने अपना पक्ष बदल लिया।

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आरोपी जेल में, जांच जारी

सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है। यह घटना लालच और विश्वासघात के खतरनाक नतीजों का एक उदाहरण है, जिसने एक व्यक्ति की जान ले ली और चार लोगों को अपराध के दायरे में ला दिया।

निष्कर्ष

Dehradun में घटित यह घटना यह सिद्ध करती है कि लालच और विश्वासघात के परिणाम कितने खतरनाक हो सकते हैं। एक साधारण रियल एस्टेट विवाद ने साजिश और हत्या का रूप ले लिया, जिससे समाज में डर और अविश्वास का माहौल बना। चार आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके द्वारा किए गए जघन्य अपराध की जानकारी देहरादून में कानून व्यवस्था की सफलता को दर्शाती है। पुलिस की तत्परता और त्वरित कार्रवाई ने न्याय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया और अपराधियों को सजा दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह घटना हमें यह सिखाती है कि किसी भी विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जाना चाहिए, न कि हिंसा और अपराध का रास्ता अपनाया जाना चाहिए। देहरादून जैसे शांतिपूर्ण शहर में ऐसी घटनाएं समाज को सोचने पर मजबूर करती हैं कि हर किसी को अपने कार्यों और निर्णयों के परिणामों के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।

 

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