Bengaluru के व्यक्ति से ₹2.8 करोड़ की ठगी: फ्री स्मार्टफोन बना जाल|
Cyber Fraud : कैसे हुई ठगी?
हाल ही में सामने आए एक साइबर फ्रॉड के मामले में बेंगलुरु के 60 वर्षीय व्यक्ति को ₹2.8 करोड़ की ठगी का शिकार बनाया गया। ठगों ने उन्हें एक फ्री स्मार्टफोन और सिम कार्ड भेजा, जिसमें कथित तौर पर मैलवेयर पहले से इंस्टॉल था। इस मैलवेयर ने उनके बैंक खाते की जानकारी चुराकर उनके अकाउंट से पैसे निकाल लिए।
Cyber Fraud : घटना की शुरुआत
यह घटना नवंबर 2024 में शुरू हुई, जब पीड़ित को व्हाट्सएप पर एक अनजान कॉलर ने संपर्क किया। कॉलर ने खुद को सिटीबैंक का प्रतिनिधि बताया और कहा कि उनके नाम पर एक क्रेडिट कार्ड जारी किया गया है। कार्ड को एक्टिवेट और इस्तेमाल करने के लिए, उन्हें अपना मोबाइल नंबर एक अधिकृत एयरटेल सिम पर बदलने को कहा गया।
पीड़ित ने इसे सही मानते हुए फोन और सिम कार्ड स्वीकार करने की सहमति दी। दिसंबर 1 को, उन्हें 10,000 रुपये का एक रेडमी स्मार्टफोन डिलीवर किया गया। कॉलर के निर्देशानुसार, उन्होंने नए फोन में सिम कार्ड डाला।
नया फोन सेटअप करने के तुरंत बाद, उन्हें एक अनाधिकृत लेनदेन की सूचना मिली। जब उन्होंने अपने बैंक से संपर्क किया, तो पता चला कि उनके खाते से ₹2.8 करोड़ निकाल लिए गए हैं।
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Cyber Fraud : मुफ्त फोन में मैलवेयर
जांच में पाया गया कि ठगों ने जो फोन भेजा था, उसमें पहले से मैलवेयर इंस्टॉल था। जैसे ही पीड़ित ने अपनी बैंकिंग जानकारी दर्ज की और सिम चालू किया, मैलवेयर ने उनकी जानकारी ठगों तक पहुंचा दी।
पीड़ित ने पुलिस को बताया, “नया सिम कार्ड फोन में डालने के बाद मुझे बैंक से कोई भी नोटिफिकेशन मिलना बंद हो गया।” इस कारण वे समय पर अनधिकृत लेनदेन पर प्रतिक्रिया नहीं दे सके। Blinkit ने प्रयागराज के Mahakumbh मेले में खोला अस्थायी स्टोर, श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सेवा में जुटाऑटो एक्सपो 2025: Tata Sierra ICE कॉन्सेप्ट का अनावरण – सभी जानकारी विस्तृत रूप सेभारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में नई Kia EV6 लॉन्च, बुकिंग शुरू
Cyber Fraud : सावधानी बरतने के उपाय
यह घटना साइबर अपराधियों की नई रणनीति को उजागर करती है, जिसमें वे मुफ्त फोन और सिम कार्ड भेजकर लोगों को जाल में फंसाते हैं। ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए इन उपायों का पालन करें:
- कॉलर की पहचान की पुष्टि करें: हमेशा यह सुनिश्चित करें कि कॉल करने वाला व्यक्ति बैंक या वित्तीय संस्थान का आधिकारिक प्रतिनिधि है। बैंक आमतौर पर पंजीकृत मोबाइल नंबरों से संपर्क करते हैं और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म का उपयोग नहीं करते।
- अनचाहे पैकेज स्वीकार न करें: अनजान स्रोतों से आए फोन या सिम कार्ड स्वीकार करने में सतर्क रहें।
- संवेदनशील जानकारी साझा न करें: फोन या सोशल मीडिया पर अनजान लिंक के जरिए अपनी व्यक्तिगत या बैंकिंग जानकारी कभी साझा न करें।
- संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करें: किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश मिलने पर तुरंत पुलिस और साइबर क्राइम सेल को सूचित करें।
- बैंक खाते की निगरानी करें: अपने बैंक खातों में अनधिकृत लेनदेन या किसी असामान्य गतिविधि पर नियमित रूप से नजर रखें।
Cyber Fraud : मुख्य संदेश
साइबर अपराधी लगातार नए तरीके खोज रहे हैं ताकि मासूम लोगों को धोखा दिया जा सके। बेंगलुरु का यह मामला यह साबित करता है कि अनजान कॉल्स और ऑफर्स को लेकर सतर्कता बरतना कितना जरूरी है। अपनी ऑनलाइन सुरक्षा के लिए जागरूक रहें और सुरक्षित रहें।