भारत में Gold और Silver की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई। शुक्रवार को Gold ₹76,689 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ, जो कि ₹1,801 यानी 2.29% की कमी है। इसी तरह, Silver भी ₹90,820 प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई, जिसमें ₹3,828 यानी 4.04% की गिरावट दर्ज की गई है।
विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी राजनीतिक माहौल, खासकर डोनाल्ड ट्रंप की हालिया चुनावी जीत का असर इन कीमती धातुओं पर भी देखा जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि उनकी जीत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर को मजबूत किया है, जिससे Gold और Silver की मांग में गिरावट आई है। इसके साथ ही, निवेशक जोखिम भरे परिसंपत्तियों की ओर झुकाव दिखा रहे हैं, जिसका असर कीमती धातुओं की कीमतों पर भी पड़ा है।
Trump की जीत और बाजार का रुख
ट्रंप की जीत के बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशकों में उम्मीद बढ़ी है कि वहां के बाजारों में तेजी देखी जाएगी। इससे अमेरिकी डॉलर की मांग बढ़ने की संभावना है, जिससे कीमती धातुओं पर नकारात्मक असर हो सकता है। इसके साथ ही, बाजार में ये भी अनुमान लगाया जा रहा है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में वृद्धि कर सकता है, जो Gold और Silver के लिए और भी प्रतिकूल साबित हो सकता है।
Gold और Silver की कीमतों का आगे का रुख
निकट भविष्य में Gold और Silver की कीमतों में अस्थिरता बनी रह सकती है। यदि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता बढ़ती है, तो कीमती धातुओं की कीमतें स्थिर हो सकती हैं या थोड़ा बढ़ भी सकती हैं। भारत में भी मांग के सीजनल प्रभाव देखे जा सकते हैं। खासकर त्योहारी सीजन और शादी-विवाह के अवसरों पर Gold और Silver की मांग में कुछ सुधार हो सकता है, जिससे कीमतों में थोड़ी स्थिरता आ सकती है।
हालांकि, यदि अमेरिकी डॉलर में मजबूती बनी रहती है और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो Gold और Silver की कीमतों में आगे और गिरावट संभव है। कई निवेशक इस समय को निवेश का अवसर मान रहे हैं, क्योंकि भविष्य में आर्थिक अस्थिरता या मुद्रास्फीति बढ़ने पर Gold और Silver का मूल्य फिर से बढ़ सकता है।
अतः, बाजार में निवेश करने वाले लोगों को स्थिति पर नज़र बनाए रखनी चाहिए और यदि वे दीर्घकालिक निवेश की सोच रहे हैं, तो यह समय Gold और Silver में निवेश करने के लिए एक अनुकूल अवसर हो सकता है।