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Bleeding Eye Virus पर वैश्विक डर: UK और Africa यात्रियों के लिए ‘सबसे घातक’ बीमारी पर तात्कालिक चेतावनी

Bleeding Eye virus

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Bleeding Eye Virus पर वैश्विक डर: UK और Africa यात्रियों के लिए ‘सबसे घातक’ बीमारी पर तात्कालिक चेतावनी

Bleeding Eye Virus“, जो कि घातक Marburg वायरस से जुड़ा है, ने वैश्विक चिंता को जन्म दिया है, खासकर UK और विभिन्न अफ्रीकी देशों के यात्रियों के लिए। रुआंडा में 15 से अधिक मौतें और सैकड़ों संक्रमणों की रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील की है। World Health Organization (WHO) “Bleeding Eye Virus”  को एक गंभीर और अक्सर घातक बीमारी मानता है, जिसमें मृत्यु दर पिछले प्रकोपों में 24% से 88% तक रही है, जबकि औसत मृत्यु दर लगभग 50% है।

Bleeding Eye Virus
Bleeding Eye Virus

“Bleeding Eye Virus” के अलावा, Mpox और Oropouche वायरस का फैलाव भी कई देशों में हो रहा है, जिससे उभरती हुई संक्रामक बीमारियों को लेकर और अधिक चिंता उत्पन्न हो रही है। “Bleeding Eye Virus” , जिसे इसके प्रमुख लक्षण के कारण नामित किया गया है, कभी-कभी मृत्यु का कारण बन सकता है, खासकर उन लोगों में जिनकी रोग प्रतिकारक क्षमता कमजोर हो। इन बीमारियों का प्रकोप कम से कम 17 देशों में फैल चुका है, जिनमें अफ्रीका के कुछ क्षेत्र शामिल हैं, जिससे तात्कालिक यात्रा स्वास्थ्य चेतावनियां जारी की गई हैं।

Marburg Virus के लक्षण

“Bleeding Eye Virus”, जिसे Marburg वायरस के रूप में भी जाना जाता है, कई प्रकार के लक्षणों के रूप में प्रकट होता है, जिनमें से अधिकांश गंभीर और संभावित रूप से घातक होते हैं। इन लक्षणों में शामिल हैं:

  • उच्च बुखार
  • तीव्र सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • पेट दर्द, दस्त और उल्टी
  • आंखों, नाक और मसूड़ों से खून आना (यह लक्षण “Bleeding Eye” वायरस का प्रमुख पहचान है)
  • शॉक और आंतरिक रक्तस्राव

ये लक्षण अचानक दिखाई देते हैं और तेजी से गंभीर हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अंगों की विफलता जैसी जटिलताएं हो सकती हैं, खासकर जब “Bleeding Eye” वायरस की स्थिति गंभीर होती है।BSF Sports Quota भर्ती 2024: 275 Constable (GD) पदों के लिए आवेदन करें

Bleeding Eye Virus का इतिहास और खोज

“Bleeding Eye Virus”, जिसे Marburg वायरस भी कहा जाता है, को 1967 में पहली बार पहचाना गया था, जब जर्मनी के मारबर्ग और फ्रैंकफर्ट शहरों के साथ-साथ बेलग्रेड, यूगोस्लाविया में प्रकोप हुआ था। प्रारंभिक प्रकोप उस समय हुआ था जब प्रयोगशाला कार्यकर्ताओं को संक्रमित बंदरों के संपर्क में आने के कारण यह वायरस फैल गया। इसके बाद से यह वायरस समय-समय पर अफ्रीकी देशों में उभरकर महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता रहा है, और “Bleeding Eye” वायरस के कारण होने वाली मौतों और संक्रमणों के मामलों में वृद्धि देखी गई है।

यात्रा दिशा-निर्देश और सुरक्षा उपाय

“Bleeding Eye Virus” वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में यात्रा करने वाले यात्रियों को अत्यधिक सावधानी बरतने की सिफारिश की जाती है। मुख्य सिफारिशें हैं:

  • अच्छे हाथ की स्वच्छता का पालन करें और बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोएं, ताकि “Bleeding Eye” वायरस जैसे संक्रामक रोगों से बचा जा सके।
  • बीमार व्यक्तियों से संपर्क करने से बचें, खासकर उन क्षेत्रों में जो “Bleeding Eye” वायरस से प्रभावित हैं।
  • यात्रा करने से पहले स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें ताकि “Bleeding Eye” वायरस और अन्य वायरस से सुरक्षा के लिए उचित निवारक उपाय किए जा सकें।
  • गर्भवती महिलाएं और जिनकी रोग प्रतिकारक क्षमता कमजोर है, उन्हें विशेष रूप से सावधान रहना चाहिए क्योंकि “Bleeding Eye” वायरस से संक्रमित होने पर उनके लिए जोखिम अधिक हो सकता है।
  • यात्रा स्वास्थ्य बीमा की पुष्टि करें, जो “Bleeding Eye” वायरस से जुड़े उपचार और चिकित्सा निकासी को कवर करता हो।महिलाओं के लिए 1000 से कम कीमत का Christmas Gift

निष्कर्ष

जैसा कि “Bleeding Eye Virus” और अन्य संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, यात्रियों को ताजे स्वास्थ्य सलाहों के बारे में सूचित रहने और सभी सुझाए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है ताकि “Bleeding Eye Virus” और अन्य उभरती बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सके। आवश्यक सावधानियां बरतकर, व्यक्ति खुद को और दूसरों को “Bleeding Eye” वायरस के संभावित घातक प्रभाव से बचा सकते हैं।

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