Arvind Kejriwal Yamuna Row विवाद पर चुनाव आयोग को जवाब देने आज जाएंगे अरविंद केजरीवाल|
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल आज चुनाव आयोग (EC) के कार्यालय पहुंचकर यमुना जल विवाद पर दिए गए अपने बयान के संबंध में नोटिस का जवाब देंगे। उन्होंने हाल ही में आरोप लगाया था कि बीजेपी शासित हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी में ज़हर मिलाया है। आयोग ने इस बयान पर आपत्ति जताते हुए उनसे ठोस प्रमाण मांगे हैं और अनुपालन न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
Arvind Kejriwal Yamuna Row : चुनाव आयोग के समक्ष पेश होंगे केजरीवाल
AAP ने जानकारी दी है कि अरविंद केजरीवाल, दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ आज सुबह 11 बजे चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचेंगे।
गौरतलब है कि 5 फरवरी को दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में केजरीवाल का यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Arvind Kejriwal Yamuna Row : चुनाव आयोग पर लगाया राजनीति करने का आरोप
गुरुवार को अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग और इसके प्रमुख पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा से दिल्ली आने वाले यमुना जल में अमोनिया का स्तर काफी अधिक था, जिससे दिल्ली में पानी की गुणवत्ता प्रभावित हुई। Ola Electric Gen 3 इलेक्ट्रिक स्कूटर का अनावरण आज, जानें क्या हो सकते हैं नए फीचर्स
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने दिल्ली विधानसभा चुनावों को गलत तरीके से प्रबंधित किया और आचार संहिता के उल्लंघनों पर कोई कार्रवाई नहीं की। केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि CEC रिटायरमेंट के बाद किसी पद की तलाश में हैं।
Arvind Kejriwal Yamuna Row : चुनाव आयोग ने भेजे दो नोटिस
चुनाव आयोग ने केजरीवाल को दो नोटिस जारी किए हैं, जिनमें कहा गया है कि उनके बयान से समाज में असहमति और वैमनस्यता फैल सकती है। NEET UG 2025 Registration जल्द होगा शुरू, यहां देखें पूरी जानकारी
चुनाव आयोग ने केजरीवाल से पूछा है कि:
✅ उन्होंने किस प्रकार का जहर पानी में मिलने की बात कही है?
✅ उसकी मात्रा और प्रकृति क्या थी?
✅ दिल्ली जल बोर्ड (DJB) ने इसे कैसे पहचाना?
✅ जांच में कौन-कौन से इंजीनियर शामिल थे?
✅ कौन से स्थानों पर सैंपल लिए गए और कौन सी पद्धति अपनाई गई?
Arvind Kejriwal Yamuna Row को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक इन सभी सवालों का जवाब देने को कहा गया था। आयोग ने स्पष्ट किया कि यदि वे निर्धारित समय तक उत्तर नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।