हमारे लाड़ले Randeep Hooda
Randeep Hooda: बॉलीवुड के बहुमुखी अभिनेता और सच्चे कलाकार
Randeep Hooda का नाम भारतीय सिनेमा में गहराई और विविधता का प्रतीक है। अपनी हर भूमिका में पूरी तरह डूब जाने और गैर-पारंपरिक किरदारों के चयन के लिए पहचाने जाने वाले रणदीप ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अनूठी पहचान बनाई है।
20 अगस्त 1976 को हरियाणा के रोहतक में जन्मे Randeep Hooda का बचपन खेल-कूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में गहराई से गुज़रा। उनके पिता डॉक्टर और मां शिक्षिका थीं। पढ़ाई में तेज़ और खेलों में माहिर रणदीप ने उच्च शिक्षा के लिए ऑस्ट्रेलिया का रुख किया और मार्केटिंग और बिजनेस में डिग्री हासिल की। हालांकि, उनका असली जुनून अभिनय था, और यही जुनून उन्हें वापस भारत लेकर आया।
Randeep Hooda ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत मीरा नायर की बहुचर्चित फिल्म मॉनसून वेडिंग (2001) से की। हालांकि फिल्म सफल रही, लेकिन रणदीप को असली पहचान पाने में लगभग एक दशक का समय लगा। 2010 में आई वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई ने उनके करियर को एक नई दिशा दी। इस फिल्म में एसीपी एंजल विल्सन की भूमिका ने उनके अभिनय कौशल को साबित किया और उन्हें मुख्यधारा में जगह दिलाई।
Randeep Hooda ने इसके बाद साहिब बीवी और गैंगस्टर (2011) और जन्नत 2 (2012) जैसी फिल्मों में यादगार भूमिकाएं निभाईं। लेकिन 2014 में आई इम्तियाज़ अली की हाईवे ने उन्हें एक सशक्त अभिनेता के रूप में स्थापित कर दिया। महाबीर भाटी के रूप में रणदीप ने एक अपहरणकर्ता का किरदार निभाया, जिसमें उनकी संवेदनशीलता और आक्रोश ने दर्शकों और समीक्षकों को प्रभावित किया।
2016 में आई फिल्म सरबजीत Randeep Hooda के करियर का सबसे बड़ा मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसे भारतीय किसान की भूमिका निभाई, जो दशकों तक पाकिस्तान की जेल में कैद रहता है। इस किरदार के लिए रणदीप ने महज़ 28 दिनों में 18 किलो वजन घटाकर एक अविश्वसनीय शारीरिक परिवर्तन किया। उनके इस समर्पण को आलोचकों और दर्शकों ने खूब सराहा।
Randeep Hooda ने न केवल बॉलीवुड बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी छाप छोड़ी। 2020 में नेटफ्लिक्स की फिल्म एक्सट्रैक्शन में उन्होंने क्रिस हेम्सवर्थ के साथ काम किया। एक कुशल भाड़े के सैनिक की उनकी भूमिका को वैश्विक स्तर पर सराहा गया। हमारे लाड़ले Jaideep Ahlawatहमारे लाडले – Baba RamdevShafali Verma – हमारी लाड़ली
फिल्मों के अलावा रणदीप एक उत्कृष्ट घुड़सवार और वन्यजीव प्रेमी हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की घुड़सवारी प्रतियोगिताओं में कई पदक जीते हैं। वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें पर्यावरणीय अभियानों का एक अहम चेहरा बना दिया है।
हाल ही में, रणदीप ने बायोपिक फिल्मों की ओर रुख किया है। उनकी आने वाली फिल्म स्वतंत्र वीर सावरकर को लेकर काफी चर्चा है। इस किरदार के लिए रणदीप ने गहन शोध और मेहनत की है, जो उनकी अभिनय शैली का एक मुख्य पहलू है।
रणदीप हुड्डा का सफर धैर्य, जुनून और समर्पण की कहानी है। वे उन कुछ अभिनेताओं में से हैं, जो अपने हर किरदार में वास्तविकता और गहराई लाने में विश्वास रखते हैं। पर्दे पर हो या असल जिंदगी में, रणदीप की ईमानदारी और प्रतिबद्धता हर किसी को प्रेरित करती है।