भारत भूषण बत्रा:पोस्टर-स्टिकर से शहर की सुंदरता में हो रहा है नुकसान
19 नवंबर को विधानसभा सत्र के दौरान रोहतक के विधायक भारत भूषण बत्रा ने एक गंभीर मुद्दा उठाया। उन्होंने शहर में सरकारी संपत्तियों और चौराहों पर लगे पोस्टर और स्टीकरों को लेकर चिंता जताई और इस पर सख्त कदम उठाने की मांग की। बत्रा ने कहा कि ये पोस्टर न केवल शहर की सुंदरता को खराब कर रहे हैं, बल्कि स्वच्छता अभियान के स्लोगन “स्वच्छ हरियाणा, स्वच्छ भारत” का भी उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि इस समस्या के समाधान के लिए किस तरह के कदम उठाए जाएंगे।
पोस्टर-स्टिकर का अतिक्रमण और सरकारी संपत्ति का नुकसान
भारत भूषण बत्रा ने विधानसभा में कहा कि पूरे प्रदेश में करोड़ों स्टीकर सरकारी और सार्वजनिक संपत्तियों पर लगे हुए हैं। विशेष रूप से रोहतक शहर के प्रमुख मानसरोवर पार्क के गेट पर लगाए गए पोस्टर और स्टीकरों ने पार्क के सौंदर्य को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि इन स्टीकरों की वजह से पार्क, सरकारी कॉलेजों की दीवारें, गेट और चौक-चौराहे बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। शहर के एलिवेटेड पुलों के नीचे और ऊपर भी दूर-दूर तक पोस्टर और स्टीकर नजर आते हैं, जो पूरे क्षेत्र को गंदा और अव्यवस्थित बना रहे हैं।
स्वच्छता अभियान का उल्लंघन और कड़ा कानून की आवश्यकता
बत्रा ने कहा कि सरकारी संपत्तियों पर लगे इन पोस्टरों की वजह से न केवल सौंदर्य बल्कि सफाई की छवि भी धूमिल हो रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर कड़ा कदम उठाने की आवश्यकता को बताया और सरकार से सख्त कानून बनाने की अपील की। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जो भी पोस्टर और स्टीकर लगाए जाएं, उनके नीचे प्रिंटर का नाम और नंबर जरूर होना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था की स्थिति में जिम्मेदार व्यक्ति को पहचाना जा सके।
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जुर्माना और वार्निंग की आवश्यकता
बत्रा ने इस मामले में जुर्माना लगाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पब्लिसिटी के लिए लगाए गए फ्लेक्स से ज्यादा नुकसान स्टिकर और पोस्टर से होता है, जो स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रहे हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस पर तुरंत कार्रवाई करें और जुर्माना तय करें। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार एक बार तो पूरे शहर को साफ करवा दें और भविष्य में इस तरह के पोस्टर-स्टिकर लगाने पर सख्त कानून बनाए।
एक्सटेंशन लेक्चरर्स की नियुक्ति का मुद्दा भी उठाया
भारत भूषण बत्रा ने विधानसभा में एक और महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया, वह था एक्सटेंशन लेक्चरर्स की नियुक्ति से जुड़ा। उन्होंने कहा कि एक्सटेंशन प्रथा और ठेका प्रथा को समाप्त करना चाहिए। बत्रा ने सवाल उठाया कि यदि विभाग के पास इतनी संख्या में पोस्ट हैं तो इन्हें नियमित रूप से भरने की प्रक्रिया क्यों नहीं शुरू की जाती। उन्होंने यह भी कहा कि इन लेक्चरर्स की नियुक्ति में पारदर्शिता की कमी है, और सरकार को उन्हें नियमित स्केल पर नियुक्त करना चाहिए।
मुख्यमंत्री से नियमित नियुक्ति की अपील
बत्रा ने कहा कि गवर्नमेंट कॉलेज के एक्सटेंशन लेक्चरर्स को नियमित किया गया है, लेकिन विश्वविद्यालयों में कार्यरत 1500 लेक्चरर्स को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है? उन्होंने सरकार से अपील की कि विश्वविद्यालय में कार्यरत लेक्चरर्स की भी नियमित नियुक्ति की जाए, क्योंकि वे सभी योग्य हैं और उनके पास सभी आवश्यक साक्षात्कार और स्क्रूटनी प्रक्रियाएं पूरी हैं।
मंत्री विपुल गोयल ने सफाई अभियान शुरू करने का आश्वासन दिया
विधानसभा में भारत भूषण बत्रा की चिंता को गंभीरता से लेते हुए विभाग के मंत्री विपुल गोयल ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगले 10 से 15 दिनों के भीतर रोहतक और पूरे हरियाणा में सफाई अभियान शुरू किया जाएगा। विपुल गोयल ने यह भी कहा कि 1989 में बना एक्ट और उसके नियमों में और सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने सोशल संस्थाओं और राजनीतिक पार्टियों से भी इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने की अपील की। मंत्री ने कहा कि जल्द ही एक कठोर कानून लाकर इस समस्या का समाधान किया जाएगा।
निष्कर्ष
भारत भूषण बत्रा के इस मुद्दे को उठाने के बाद सरकार ने सफाई व्यवस्था और पोस्टर-स्टिकर पर नियंत्रण के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया है। साथ ही, एक्सटेंशन लेक्चरर्स के मामले में भी सरकार जल्द ही उचित कदम उठाएगी। इस पहल से उम्मीद है कि सरकारी संपत्तियों की सुंदरता और स्वच्छता बनी रहेगी, और सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता और स्थायित्व सुनिश्चित होगा।International Men’s Day: पुरुषों को सम्मान देने का दिन