नवजोत Sidhu की पत्नी ने अनुशासन और हिम्मत से Stage 4 कैंसर को हराया!
कैंसर से जंग में जीत की घोषणा
पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह Sidhu ने हाल ही में घोषणा की कि उनकी पत्नी, पूर्व विधायक नवजोत कौर Sidhu, ने Stage 4 कैंसर को मात दे दी है। यह खबर न केवल उनके परिवार के लिए राहत लेकर आई है, बल्कि उन्होंने इसे उन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाने की कोशिश की है जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। अपने अमृतसर स्थित आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने कहा कि डॉक्टरों ने उनकी पत्नी को सिर्फ 3% बचने की संभावना दी थी। लेकिन उन्होंने हिम्मत, अनुशासन और सकारात्मक दृष्टिकोण से बीमारी पर जीत हासिल की।
कैंसर से लड़ाई और हिम्मत की कहानी
नवजोत कौर की कैंसर से जंग आसान नहीं थी। एक साल से अधिक समय तक चले इलाज के दौरान कई बार स्थिति गंभीर हुई। सिद्धू ने याद किया कि इलाज के तीसरे चरण में डॉक्टरों ने उनकी स्थिति पर लगभग उम्मीद छोड़ दी थी। उनके मुताबिक, “उनका कैंसर हमारे बेटे की शादी के बाद वापस आ गया। उन्होंने शादी कराना इसलिए जरूरी समझा क्योंकि उन्हें अपनी जान बचने का भरोसा नहीं था। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और साहस के साथ कैंसर का सामना किया।”
इस कठिन समय में, नवजोत कौर ने अपनी हिम्मत और आत्मविश्वास से सभी को चकित कर दिया। उन्होंने हर चुनौती का सामना किया और अपने अनुशासन से यह दिखाया कि कठिन परिस्थितियों में भी आशा और प्रयास कभी हार नहीं मानते।
My wife is clinically cancer free today ….. pic.twitter.com/x06lExML82
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 21, 2024
सरकारी अस्पतालों में इलाज और अनुशासन का महत्व
Sidhu ने यह भी बताया कि उनकी पत्नी का इलाज मुख्य रूप से सरकारी अस्पतालों में हुआ, जिनमें पटियाला का गवर्नमेंट राजेंद्र मेडिकल कॉलेज शामिल है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज केवल महंगे निजी अस्पतालों में ही नहीं, बल्कि सरकारी अस्पतालों में भी संभव है। नवजोत कौर के इलाज पर केवल कुछ लाख रुपये खर्च हुए। Sidhu ने कहा, “उनकी बीमारी को हराने में पैसे का योगदान नहीं था। यह अनुशासन और सही दृष्टिकोण की जीत है।”
उन्होंने कहा कि कैंसर से लड़ने के लिए अनुशासन और सख्त दिनचर्या बेहद महत्वपूर्ण है। सरकारी अस्पतालों में भी विश्वस्तरीय इलाज उपलब्ध है, और अगर मरीज सकारात्मक और अनुशासित रहते हैं तो वे गंभीर बीमारियों पर भी काबू पा सकते हैं।
अनुशासित दिनचर्या और स्वस्थ जीवनशैली का योगदान
Sidhu और उनकी पत्नी ने उनकी रिकवरी में भूमिका निभाने वाली दिनचर्या और आहार का विवरण साझा किया। नवजोत कौर ने अपने आहार में प्राकृतिक और पोषक तत्वों को प्रमुखता दी। उनकी दिनचर्या में शामिल थे:
- सुबह का नींबू पानी, कच्ची हल्दी, सेब का सिरका, नीम की पत्तियां और तुलसी का सेवन।
- कद्दू, अनार, आंवला, चुकंदर और अखरोट से बने जूस, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-कैंसर गुणों से भरपूर होते हैं।
- खाना पकाने के लिए केवल नारियल तेल, कोल्ड-प्रेस्ड तेल या बादाम का तेल।
- सुबह की चाय में दालचीनी, लौंग, गुड़ और इलायची जैसे मसाले।
उनकी यह सख्त दिनचर्या और पोषक तत्वों से भरपूर आहार उनकी सेहत में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे।
दूसरों के लिए प्रेरणा
Sidhu ने अपनी पत्नी की इस अद्भुत यात्रा को सभी के लिए प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा, “अनुशासन, हिम्मत और स्वस्थ जीवनशैली से कैंसर को हराया जा सकता है। कैंसर जैसी बीमारियों का सामना करने के लिए एक दृढ़ संकल्प और सकारात्मक सोच जरूरी है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह कहानी न केवल कैंसर रोगियों के लिए बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए एक सीख है जो स्वास्थ्य को हल्के में लेते हैं।
सिद्धू ने यह भी बताया कि उनकी पत्नी के अनुभव ने उन्हें स्वास्थ्य के महत्व को समझने और दूसरों को प्रेरित करने का मौका दिया। उन्होंने विशेष रूप से कैंसर और फैटी लिवर जैसी बीमारियों का जिक्र करते हुए कहा कि एक स्वस्थ जीवनशैली इन बीमारियों से बचने का सबसे बड़ा उपाय है।500 रुपये से कम कीमत के गैजेट
स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील
उन्होंने सभी से अपील की कि वे अपनी दिनचर्या में बदलाव करें और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। “अगर आप अनुशासन में रहें और सकारात्मक सोचें तो कोई भी बीमारी आपके आत्मविश्वास को नहीं तोड़ सकती,” सिद्धू ने कहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी यह कहानी दूसरों को प्रेरित करेगी और उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाएगी।₹1000-से-कम-के-earbuds – अब बेहतरीन फीचर्स भी बजट में!
नतीजा
नवजोत कौर Sidhu की कैंसर से जीत इस बात का सबूत है कि गंभीर से गंभीर बीमारियों को भी अनुशासन, सही इलाज और आत्मविश्वास से हराया जा सकता है। यह कहानी हमें सिखाती है कि चाहे हालात कितने भी मुश्किल क्यों न हों, अगर हम अपने स्वास्थ्य और प्रयासों के प्रति समर्पित हैं, तो जीत निश्चित है।