खाद की कोई कमी नहीं, विपक्ष फैला रहा है अफवाहें: नायब सिंह सैनी
हरियाणा विधानसभा में बोलते हुए नायब सिंह सैनी ने स्पष्ट किया कि राज्य में खाद की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं भी एक गरीब किसान का बेटा हूं और मुझे खाद की अहमियत का पूरा अहसास है। प्रदेश में खाद का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है और किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है।”₹1000-से-कम-के-earbuds – अब बेहतरीन फीचर्स भी बजट में!
मैं भी एक गरीब किसान का बेटा हूं मुझे खाद की इंपोर्टेंस पता है प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है। pic.twitter.com/GWOZ1TCexg
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) November 18, 2024
खाद का भंडार: पूरी जानकारी
नायब सिंह सैनी ने विधानसभा में खाद के भंडारण का ब्योरा पेश करते हुए कहा कि राज्य में किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए खाद का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। उन्होंने विपक्ष पर किसानों में भ्रम फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, “कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है।”
उदाहरण के लिए, सिरसा जिले में 1 अक्टूबर 2024 को खाद का स्टॉक 1,063 टन था, जबकि 18 नवंबर 2024 तक यह बढ़कर 2,217 टन हो चुका है। यह स्पष्ट करता है कि सरकार ने खाद की आपूर्ति को सुनिश्चित किया है।
फसलों का समय और खाद की तैयारी
सैनी ने बताया कि इस समय धान की फसल कटाई के अंतिम चरण में है और अगली फसल की बुवाई की तैयारी शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा, “एक फसल तैयार हो रही है और दूसरी फसल की बुवाई के लिए किसान जुट चुके हैं। प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है, और सरकार इसे सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तत्पर है।”
विपक्ष पर निशाना
सैनी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष जानबूझकर अफवाहें फैला रहा है ताकि किसानों में डर और असमंजस का माहौल बने। उन्होंने कहा, “सरकार ने हर जिले में खाद का पर्याप्त स्टॉक रखा है और समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की है। विपक्ष को किसानों को गुमराह करने से बचना चाहिए।”
किसानों के लिए सरकार की प्रतिबद्धता
हरियाणा सरकार किसानों की जरूरतों को प्राथमिकता देती है। खाद की समय पर आपूर्ति और पर्याप्त भंडारण यह साबित करता है कि राज्य सरकार कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने डीएपी से संबंधित ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का ज़वाब देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार राज्य में सभी प्रकार के खाद की व्यवस्था करने तथा किसानों की आवश्यकताओं के अनुसार उनके उचित वितरण के लिए प्रशासनिक रूप से सक्षम है।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष रबी सीजन में डीएपी की बिक्री 2 लाख 30 हजार मीट्रिक टन थी और चालू रबी सीजन 2024-25 में भी इतनी ही बिक्री होने की उम्मीद है। भारत सरकार ने चालू रबी सीजन 2024-25 के लिए 2 लाख 60 हजार मीट्रिक टन डीएपी आवंटित किया है।
डीएपी का अक्टूबर और नवंबर 2024 का आवंटन 2 लाख 25 हजार मीट्रिक टन है। इस वर्ष रबी सीजन की शुरुआत में राज्य के पास 54,000 मीट्रिक टन का स्टॉक था और 16 नवंबर 2024 तक एक लाख 52 हजार मीट्रिक टन डीएपी भारत सरकार से प्राप्त हुई है।
इस प्रकार, राज्य के लिए अब तक 2 लाख 6 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद उपलब्ध कराया गया है जिसमें से 15 नवंबर 2024 तक एक लाख 86 हजार मीट्रिक टन की खपत हो चुकी है। पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान 1 लाख 65 हजार मीट्रिक टन डीएपी की खपत हुई थी। जिलों में अभी भी 21,000 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है।
निष्कर्ष
किसानों को चाहिए कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और सरकार पर भरोसा बनाए रखें। हरियाणा में खाद की कोई कमी नहीं है और आने वाले सीजन के लिए पर्याप्त भंडारण मौजूद है। सरकार किसानों के साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है।