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अंशुल कंबोज का रणजी ट्रॉफी में ऐतिहासिक प्रदर्शन: एक पारी में 10 विकेट

Anshul Kabmoj

Anshul Kamboj

अंशुल कंबोज का रणजी ट्रॉफी में ऐतिहासिक प्रदर्शन: एक पारी में 10 विकेट

अंशुल कंबोज
अंशुल कंबोज

भारतीय क्रिकेट में कई महान गेंदबाजों ने अपनी गेंदबाजी से इतिहास रचा है, लेकिन हरियाणा के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने 15 नवंबर 2024 को रणजी ट्रॉफी के एक अहम मुकाबले में ऐसा कमाल किया कि उनका नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया। कंबोज ने केरल के खिलाफ खेले गए मैच में एक पारी में 10 विकेट लेकर क्रिकेट जगत में अपनी जगह पक्की कर ली। यह उपलब्धि रणजी ट्रॉफी के इतिहास में एक अहम मील का पत्थर साबित हुई है।

कंबोज का ऐतिहासिक प्रदर्शन
अंशुल कंबोज ने यह अद्वितीय उपलब्धि 10 विकेट लेकर हासिल की। कंबोज ने 10/49 के आंकड़े के साथ इस रिकॉर्ड को स्थापित किया। उनकी गेंदबाजी के आगे केरल की पूरी टीम 291 रन पर सिमट गई। कंबोज के इस प्रदर्शन ने उन्हें रणजी ट्रॉफी के इतिहास में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज के रूप में दर्ज किया। इससे पहले केवल बंगाल के प्रेमांशु चटर्जी (10/20) और राजस्थान के प्रदीप सुंदरम (10/78) ही यह दुर्लभ उपलब्धि प्राप्त कर पाए थे।

महत्वपूर्ण मुकाबला
यह मुकाबला हरियाणा और केरल के बीच था, जो कि रणजी ट्रॉफी के पांचवे दौर का एक अहम मैच था। हरियाणा के खिलाड़ी अंशुल कंबोज ने अपनी घातक गेंदबाजी से केरल के बल्लेबाजों को समेटते हुए मैच का रुख पूरी तरह से बदल दिया। दिन के अंत में कंबोज ने एक के बाद एक विकेट लेकर केरल की पारी को समाप्त किया और अपनी टीम को निर्णायक बढ़त दिलाई। उनकी गेंदबाजी ने हरियाणा के लिए जीत की राह खोल दी।

कंबोज की शानदार शुरुआत
कंबोज ने मैच के दूसरे दिन शानदार गेंदबाजी की थी, जब उन्होंने 8 विकेट लिए थे। इससे पहले दिन के खेल में उन्होंने दो विकेट लिए थे और उनके जबरदस्त प्रदर्शन ने केरल को दबाव में डाल दिया था। तीसरे दिन के खेल में उन्होंने थंपी को बोल्ड कर अपनी 9वीं विकेट हासिल की। इसके बाद शौन रोजर को आउट कर कंबोज ने अपनी 10 विकेट पूरी की और इस ऐतिहासिक घटना को अंजाम दिया।₹10000-से-कम-के-फोन Samsung Smartphones – अब बेहतरीन फीचर्स भी बजट में!

केरल का पतन
कंबोज ने पूरी पारी में अपनी तेजी और सटीकता से गेंदबाजी करते हुए केरल के बल्लेबाजों को परेशान किया। उन्होंने दूसरे दिन के खेल में अक्षय चंद्रन (59) और सचिन बेबी (52) को आउट किया, जिससे केरल की पारी का पतन शुरू हो गया। दिन के अंत में जब केरल 285/8 पर था, तब कंबोज ने अपनी गेंदबाजी से उसे समाप्त कर दिया और अपनी टीम को भारी बढ़त दिलाई। कंबोज का प्रदर्शन केरल के बल्लेबाजों के लिए एक कड़ा संदेश था कि वह एक गेंदबाज के तौर पर कितने खतरनाक हैं।

कंबोज की बढ़ती पहचान
अंशुल कंबोज का यह प्रदर्शन न केवल रणजी ट्रॉफी में उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट है, बल्कि यह भारतीय घरेलू क्रिकेट में उनके बढ़ते हुए नाम की ओर इशारा करता है। इस युवा गेंदबाज ने 2024 आईपीएल सीजन में मुंबई इंडियंस के लिए भी खेला था, जिसके बाद उनकी प्रतिभा को बड़े स्तर पर पहचाना गया। अब कंबोज ने रणजी ट्रॉफी में यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाकर यह साबित कर दिया कि वह भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए सितारे हैं।

पिछला रिकॉर्ड और कंबोज का योगदान
हरियाणा के लिए यह एक शानदार उपलब्धि थी, क्योंकि इससे पहले रणजी ट्रॉफी में हरियाणा के किसी गेंदबाज ने इतना बेहतरीन प्रदर्शन नहीं किया था। हरियाणा के लिए सबसे अच्छा गेंदबाजी रिकॉर्ड जोगिंदर शर्मा के नाम था, जिन्होंने 2004/05 में विदर्भ के खिलाफ 8 विकेट लिए थे। लेकिन कंबोज ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 10 विकेट लेकर हरियाणा के क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ा।

कंबोज के लिए भविष्य की राह
अंशुल कंबोज का यह प्रदर्शन सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह हरियाणा क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। कंबोज का प्रदर्शन उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक अहम स्थान दिलाने की संभावना पैदा करता है। उनका भविष्य अब और भी उज्जवल नजर आता है, क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी गेंदबाजी से टीम इंडिया में अपनी जगह बना सकते हैं।

निष्कर्ष
अंशुल कंबोज ने रणजी ट्रॉफी में एक पारी में 10 विकेट लेकर भारतीय क्रिकेट को एक नया इतिहास रचने का अवसर दिया। उनकी कड़ी मेहनत, सटीक गेंदबाजी और मजबूत मनोबल ने उन्हें इस उपलब्धि तक पहुंचाया। कंबोज का यह ऐतिहासिक प्रदर्शन निश्चित रूप से भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक मील का पत्थर बनेगा और उनकी भविष्यवाणी की जा रही है कि वह जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी अपनी जगह बनाएंगे।हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने नई नौकरियों की घोषणा

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